उपन्यास >> रेखाएँ दुःख की रेखाएँ दुःख कीविष्णुचन्द्र शर्मा
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वरिष्ठ रचनाकार विष्णुचंद्र शर्मा जिन अनुभवों को अपनी रचनाओं में रचते हैं वे प्रचलित पद्धति से नितांत हटकर होते हैं…
वरिष्ठ रचनाकार विष्णुचंद्र शर्मा जिन अनुभवों को अपनी रचनाओं में रचते हैं वे प्रचलित पद्धति से नितांत हटकर होते हैं। 'रेखाएँ दुःख की' में उपस्थित दो उपन्यासिकाएँ विष्णुचंद्र शर्मा के अनुभव संसार और अभिव्यक्ति कौशल को प्रकट करती हैं। 'रेखाएँ दुःख की' और 'बिगड़ी तस्वीरों का एलबम' को अलग-अलग पढने के साथ मिलकर भी पढ़ा जा सकता है।
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